अमेरिकी दादागीरी और हम बेचारे भारतीय
अमेरिका के नेवॉर्क एयरपोर्ट (Newark Airport) पर लोकप्रिय भारतीय फिल्म अभिनेता शाहरूख खान के साथ जो कुछ हुआ वह हम भारतीयों के लिए चुल्लू भर पानी में डूब मरने के लिए काफी है। वह नेवॉर्क जाने वाली ही अमेरिकन एयरलाइंस की फ्लाइट थी जिसके मामूली अफसरों ने पूर्व प्रेजीडेंट एपीजे अब्दुल कलाम की जमा तलाशी ली थी और उलुलजुलूल सवाल पूछे थे। लेकिन शाहरुख के साथ यह घटना अमेरिका में हुई। कलाम की घटना का पता तभी चला जब कई महीने बाद कलाम ने खुद बताया। उस घटना के बाद एयरलाइंस ने माफी मांगी और भारत सरकार ने भी कड़ा विरोध जताया लेकिन अभी तक शाहरूख के मामले में ऐसा नहीं हुआ। शाहरूख इस देश के युवाओं के आइकन (Icon) हैं और यह बात अमेरिकी सरकार को भी मालूम है। वहां के राजदूत ने अपनी प्रतिक्रिया में यह बात कही भी है लेकिन उसकी चालाकी देखिए कि उसने इस घटना पर खेद तक नहीं जताया। अपने आपको दुनिया का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश बताने वाले अमेरिका में नस्लभेद (Racism) के सैकड़ों मामले हो चुके हैं। चाहे वहां के गोरी चमड़ी वालों का अब्राहम लिंकन (Abram Lincoln )के साथ किया गया बर्ताव या फिर मार्टिन लूथर किंग (Martin L