देवताओं का वॉर रस प्रवचन
देवता आसमान से पुष्प वर्षा कर रहे हैं...आज वॉर रस पर प्रवचन का दिन है...
देवता वॉर वाणी (War Sermons) कर रहे हैं...बच्चा जीवन में टाइमिंग का ही महत्व है।...कुछ कार्य का समय चुन लो...वॉर रस से मंत्रमुग्ध जनता को अगर शांति पाठ करने को कहोगे तो तुम्हें कच्चा चबा जाएगी लेकिन वॉर रस में अगर उसे पबजी गेम में भी अटैक बोलोगे तो वह ख़ुश हो जाएगी। टाइमिंग की कला जिसको आती है, वही वीर है।
अच्छे टाइमिंग का ताजा उदाहरण देखो...कल वॉर मेमोरियल (War Memorial) का उद्घाटन हुआ, आज यानी 26 फ़रवरी को भारतवर्ष की सेना ने अपने पड़ोस में जाकर कई किलो बम गिरा दिए...नोमैंस लैंड में क़रीब तीन सौ लोग मारे गए...कई आतंकी शिविर हमेशा के लिए तबाह हो गए। यही टाइमिंग है...वॉर रस में डूबी जनता को अपना टॉपिक और टॉनिक मिल गया है। सीआरपीएफ़ जवानों की तेरहवीं के दिन किए गए इस अटैक से संबंधित पक्षों ने कई हसरतें पूरी कर ली हैं। वॉर रस में डूबी जनता जश्न मोड में आ चुकी है। स्कूलों में पढ़ाई की जगह बच्चों में भी नारे लगवा कर वॉर रस का संचार किया जा रहा है।
जब तक इस वॉर रस का ख़ुमार उतरेगा तो धर्म का रस तैयार है। देवता कह रहे हैं कि अयोध्या को सजाया जा रहा है। तैयार किया जा रहा है। कतिपय लोग फिर से पंचायत को भी कह रहे हैं।...देवता कह रहे हैं कि टाइमिंग का चुनाव फिर मायने रखेगा। फिर चुनाव आ जाएगा। तीन महीने तक उसका उत्सव रहेगा।...फिर योजना रस पिलाया जाएगा।....ग़रीबी, भुखमरी, आतंकवाद से लड़ने के वादे और संकल्प लिए जाएँगे।...आपको फिर अगले वॉर रस का टॉनिक दिया जाएगा।...आपकी जिंदगी यूँ ही चलती रहेगी। उसमें आपको बदलाव खुद लाना होगा। वॉर रस का टॉनिक आपकी जिंदगी नहीं बदल सकता।
थोपा गया युद्ध और ओढ़ा गया युद्ध एक ही सिक्के के दो पहलू हैं...
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