...शुक्रिया...

आखिरकार काफी जांच-पड़ताल के बाद 10 अक्टूबर 2008 को blogspot.com ने मेरे ब्लॉग का ताला खोल दिया गया। मैं यही कह सकता हूं कि शुक्रिया। हालांकि उनका यह कदम एकदम फिजूल था, जिसके लिए उन्होंने माफी भी मांगी है लेकिन माफ तो आप लोग ही करेंगे, जिन्हें इसके चलते असुविधा हुई। बहरहाल, सभी का शुक्रिया। तो, फिर एक बार जुटते हैं अपने काम में...

टिप्पणियाँ

तसलीम अहमद ने कहा…
achha hua.
bhai sahab apka blog lock kyon kiya gaya tha jo kholne ke baad unhen mafi bhi mangni padi.
newtone ने कहा…
Amazing. This is their double standard towards Hindi language. English websites and Blogs do lot of spamming but they not behave like this. Anyway, congrat you. It,s a good effort.
Unknown ने कहा…
अच्छी बात है जी ।

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