इस साज़िश को समझो मेरी जान



आप लोगों का यह शक सही लग रहा है कि हो न हो भारत की अर्थव्यवस्था के खिलाफ कांग्रेसी नेता, कश्मीरी अवाम और पाकिस्तान मिलकर कोई साज़िश कर रहे हैं।...लेकिन मोदी सरकार ने गिरती अर्थव्यवस्था को संभालने के लिए जिस तरह कांग्रेस नेताओं को गिरफ़्तार किया है, जिस तरह कश्मीर में 370 हटाया है, जिस तरह पाकिस्तान के मंसूबों को धूल चटाया है, वह क़ाबिले तारीफ़ है।

जिस दिन भारतीय अर्थव्यवस्था में पाँच फ़ीसदी गिरावट का संकेत देने वाली जीडीपी की खबर आनी थी, ठीक उससे पहले चिदंबरम को गिरफ़्तार कर लिए गए। अगर चिदंबरम बाहर रहते तो हम लोगों को जीडीपी के गिरने पर गुमराह कर सकते थे। चिदंबरम को गिरफ़्तार करके मोदी शाह ने गिरती अर्थव्यवस्था को क़ाबू में कर लिया।

आज शेयर बाज़ार और भारतीय रूपया जब शाम को औंधे मुँह गिरा तो उसके तुरंत बाद ईडी ने कर्नाटक के बड़े कांग्रेसी नेता डीके शिवकुमार के गिरफ़्तार कर लिया। अब ये शिवकुमार जब तक जेल में रहेगा तब तक न रूपया गिरेगा और न शेयर बाज़ार। मंदी के कंट्रोल के लिए शिव कुमार का जेल जाना ज़रूरी था। 

मैं तो कहता हूँ कि धारा 370 नहीं हटती तो हमारी जीडीपी पाँच फीसदी से भी नीचे जा सकती थी। कश्मीरी अवाम लगातार भारतीय अर्थव्यवस्था के खिलाफ कुचक्र कर  रहा है। उसे सबक़ सिखाना ज़रूरी थी। फिर बात ये है कि हमें कश्मीर चाहिए कश्मीरी अवाम नहीं चाहिए। सारे कश्मीरी मोदीमय भारत की अर्थव्यवस्था को नीचे लाने के खेल में वे पाकिस्तान से मिल गए हैं।...

बक़ौल हमारे टीवी चैनलों के कटोरा लेकर भीख माँगने वाला....थर थर काँपता ....घुटने टेकने वाला...पूरी दुनिया में इज़्ज़त को मिट्टी में मिलवाने वाला पाकिस्तान रोज़ाना हमारी अर्थव्यवस्था को नीचे ले जाने के काम में इन्हीं कश्मीरी लोगों के साथ लगा हुआ है। सूत्रों का कहना है कि फिर से घने बादल छाने का इंतज़ार किया जा रहा है ताकि बालाकोट जैसी चढ़ाई पाकिस्तान पर फिर की जा सके और उसके रडार हमारे लड़ाकू विमान को देख न सकें। वैसे भी रफाल लड़ाकू विमान भी आने वाले हैं। अगला 15 अगस्त हम लोग इस्लामाबाद में मनाने की तैयारी अभी से कर सकते हैं। नागपुर में भी इस पर गुप्त बैठक हो चुकी है कि पाकिस्तान के किन किन शहरों में शाखा सबसे पहले लगाई जाएगी। जिन्ना की जहाँ क़ब्र है, उस इलाक़े में शाखा लगाने का काम पुराने जिन्ना प्रेमी आडवाणी को दिया जा सकता है। मुरली मनोहर जोशी को लाहौर में शाखा लगाने का काम सौंपा जा सकता है। ब्लूचिस्तान की तरफ़ इंद्रेश कुमार को भेजा जा सकता है।

 नागपुर से जुड़े सूत्रों का कहना है कि चीफ़ मोहन भागवत जल्द ही मोदी शाह मंडली को संबोधित करने वाले हैं कि संसद में संविधान संशोधन का प्रस्ताव लाकर पूरे देश में हर जगह शाखा अनिवार्य कर दी जाए क्योंकि देश की गिरती अर्थव्यवस्था को शाखा में लाठी भाँजने वाले स्वयंसेवक अपनी लाठी के दम पर संभाल लेंगे। नागपुरी टोटके के ज़रिए गिरती अर्थव्यवस्था को संभालने के बारे में जब मैंने देश के सबसे बड़े अर्थशास्त्री डॉ मनमोहन सिंह की प्रतिक्रिया  माँगी तो वह हतप्रभ रह गए। उन्होंने कहा कि मोहन भागवत के चरण छूने का मन कर रहा है। ऐसे अचूक नुस्ख़े अगर सोनिया जी हमें बतातीं तो हम तो देश की जीडीपी बीस फ़ीसदी तक पहुँचा देते। डॉक्टर साहब ने कहा कि भागवत ज़ी का नाम वह नोबेल पुरस्कार कमेटी को भेजेंगे।


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